Prakriti Darshan | Nature & Environment News | 24 July 2025
Tuvalu, प्रशांत महासागर का एक छोटा द्वीपीय देश, आज जलवायु परिवर्तन और बढ़ते समुद्री जल स्तर के कारण अस्तित्व के संकट से गुजर रहा है। समुद्र तल से केवल 1–2 मीटर ऊँचाई पर स्थित यह देश आने वाले दशकों में लगभग पूरी तरह डूबने की आशंका झेल रहा है। 2025 में Tuvalu ने अपनी जनता के लिए ऑस्ट्रेलिया के साथ जलवायु‑प्रवासन (Climate Migration) समझौता किया है, जिसके तहत हर साल 280 नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर बसाया जा रहा है। “Tuvalu Island Sinking ”
तवालू संकट में फंसता जा रहा है
तवालू सहित छोटे द्वीप देशों के साथ जो भी हो रहा है वह गहरी चिंता का विषय है। समुद्र के जलस्तर अधिक होने के कारण तवालू संकट में फंसता जा रहा है, लेकिन इस खूबसूरत दुनिया को बचाने के लिए सभी को पूरी ईमानदारी से प्रयास करने चाहिए। आज हम तवालू पर बात कर रहे हैं लेकिन संभव है यह आफत आने वाले दिनों में उन देशों तक भी पहुंच जाए जहां अभी इस विषय पर जागरुकता का भी गहरा अभाव है।“Tuvalu Island Sinking ”

परियोजनाएँ चल रही हैं, ताकि देश की कुछ भूमि 2100 तक सुरक्षित रहे
साथ ही, Tuvalu Coastal Adaptation Project (TCAP) के तहत तटीय सुरक्षा, भूमि पुनरुद्धार और डिजिटल खतरों की निगरानी जैसी परियोजनाएँ चल रही हैं, ताकि देश की कुछ भूमि 2100 तक सुरक्षित रहे। इसके अलावा, Tuvalu ने अपनी संस्कृति और पहचान को बचाने के लिए डिजिटल राष्ट्र (Metaverse) योजना भी शुरू की है, ताकि भविष्य में देश भौतिक रूप से डूबने के बावजूद अपनी कानूनी और सांस्कृतिक पहचान बनाए रख सके।
यह सच्चाई सिर्फ Tuvalu की नहीं, बल्कि उन सभी छोटे द्वीप देशों की
यह यह सच्चाई सिर्फ Tuvalu की नहीं, बल्कि उन सभी छोटे द्वीप देशों की है जो जलवायु परिवर्तन की पहली मार झेल रहे हैं और पूरी दुनिया को आने वाले खतरों की चेतावनी दे रहे हैं। समस्या से निपटने के लिए Tuvalu ने कौन‑सी पहलें की हैं? आइए, विस्तार से समझते हैं। Tuvalu के अधिकांश द्वीप समुद्र तल से लगभग 1–2 मीटर की औसत ऊँचाई पर हैं। पिछले 30 वर्षों में यहां समुद्र स्तर लगभग 15 सेंटीमीटर बढ़ गया है, जो वैश्विक औसत से लगभग 1.5 गुना है ।
हाल‑फिलहाल Tuvalu में क्या स्थिति है?
2025 में Tuvalu ने विश्व की पहली Planned Migration Scheme शुरू की है, जिसके जरिए 280 नागरिक प्रति वर्ष ऑस्ट्रेलिया जा सकते हैं। अब तक लगभग 4,000–5,150 लोग आवेदन कर चुके हैं, जो कि कुल आबादी का लगभग एक तिहाई है ।
विवाहोजी Tuvalu अभी कौन‑सी मुख्य परियोजनाओं पर काम कर रहा है?
Tuvalu Coastal Adaptation Project (TCAP) – एक बड़ी परियोजना है, जिसमें US$36‑40 मिलियन खर्च कर, Funafuti, Nanumea, Nanumaga द्वीपों पर तटीय रक्षा, भूमि पुनरुद्धार और डिजिटल hazard dashboard बनाने जैसे उपाय किए जा रहे हैं ।
TCAP परियोजना का वर्तमान क्या हाल है? “Tuvalu Island Sinking ”
TCAP Phase‑I दिसंबर 2025 तक पूरा होने वाला है। इसमें Funafuti में 7.8 हेक्टेयर भूमि निर्माण की गई है जो 2100 तक पानी से सुरक्षित रहेगी। TCAP‑II चरण में और 8 हेक्टेयर भूमि, और लगभग 800 मीटर तट सुरक्षा का कार्य अगस्त 2025 में शुरू हुआ है ।
Tuvalu की डिजिटल पहल क्या है?
Tuvalu ने खुद को Metaverse में डिजिटल रूप से संग्रहितकरने की घोषणा की है, जिससे अगर देश पूरी तरह डूब भी जाए तो उसकी डिजिटल प्रतिकृति, सांस्कृतिक पहचान, नागरिक अधिकार सुरक्षित रहेंगे ।
क़ानूनी रूप से Tuvalu का भविष्य क्या होगा यदि देश डूब गया?
International Law Commission (ILC) ने सलाह दी है कि यदि देश का भू‑भाग डूब जाए, तब भी उसकी Statehood और Maritime Boundaries बरकार रखनी चाहिए, ताकि नागरिकता, आर्थिक संसाधनों व अधिकार सुरक्षित रह सकें ।
अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सहयोग कैसी प्रतीत हो रही है?
World Bank ने मार्च 2025 में US$7 मिलियन की नई ग्रांट दी है, जिससे Tuvalu की Disaster Preparedness और Climate Finance Management मजबूत होगी ।
FAQs- “Tuvalu Island Sinking ”
- Tuvalu क्यों ख़तरे में है? – क्योंकि इसकी जमीन समुद्र तल से बहुत नीची है, और लहरें लगातार बढ़ रही हैं।
- क्या Tuvalu डूबने वाला पहला देश होगा? – संभावनाएँ उभरती हैं, क्योंकि वैश्विक जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है।
- कितना समय बचा है? – अनुमान है कि 2050 तक Funafuti का आधा हिस्सा जलमग्न हो सकता है, worst‑case में 2100 तक 90% भूमि डूब सकती है ।
- Tuvalu से लोग क्यों पलायन कर रहे हैं? – जीवन क्षति, जल आपूर्ति, खेती सब प्रभावित हो रहे हैं।
- Australia‑Tuvalu Falepili Union क्या है? – एक treaty जो Tuvaluans को क्लाइमेट‑migration के लिए ऑस्ट्रेलिया भेजती है।
- क्या सभी Tuvaluans ऑस्ट्रेलिया जा सकते हैं? – नहीं, सिर्फ 280 व्यक्ति वार्षिक चयन प्रक्रिया से चुने जाते हैं।
- TCAP का उद्देश्य क्या है? – तटीय रक्षात्मक संरचना, भूमि उन्नयन और खतरा निगरानी तकनीक शामिल हैं।
- hazard dashboard क्या काम करता है? – घर‑घर जल भराव, तटीय परिवर्तन, जोखिम क्षेत्रों की जानकारी देता है।
- परियोजना का बजट कितना है? – लगभग US$36‑40 मिलियन, और TCAP‑II में अतिरिक्त US$17.5 मिलियन शामिल है ।
FAQs
- World Bank की मदद किस तरह है? – क्लाइमेट फाइनेंसिंग, आपदा प्रतिक्रिया, मजबूत संरचना बनाने में सहायता मिल रही है।
- Tuvalu अपनी संस्कृति कैसे सुरक्षित रख रहा है? – डिजिटल राष्ट्र परियोजना व metaverse डेटा बैक‑अप के जरिए।
- क्या अन्य देश भी ऐसा मॉडल अपना सकते हैं? – हां, Kiribati और Marshall Islands जैसी island states भी इसी तरह मॉडल अपना सकती हैं।
- Tuvalu की renewable energy स्थिति कैसी है? – 2025 तक लगभग 100% बिजली renewable स्रोतों से उत्पन्न करने का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें सोलर प्रमुख है।
- जलवायु परिवर्तन पर Tuvalu की दीर्घकालिक योजना क्या है? – ‘Te Lafiga o Tuvalu’ नामक national adaptation plan, 3.6 किमी² raised land, सुरक्षित बंदरगाह, स्कूल, अस्पताल आदि बनाने का लक्ष्य ।
- क्या भविष्य में Tuvalu की राष्ट्रीय पहचान बनी रहेगी? – हाँ, ILC की सलाह और डिजिटल प्रयास इसे कानूनी और सांस्कृतिक रूप से सुरक्षित बनाएंगे।
📚 References (formatted for citation)
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SANDEEP KUMAR SHARMA,
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