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Save Elephant - Prakriti Darshan Nature and Environment Magazine

Save Elephant – “World Elephant Day 2025: हाथी केवल जंगल के जीव नहीं, बल्कि हमारे पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षक हैं

Prakriti Darshan | Nature & Environment News | 18 July 2025

वर्ल्ड एलिफेंट डे (World Elephant Day)  12 अगस्त को मनाया जाता है।  हाथियों के प्रति जागरूकता लाने के लिए यह दिन बेहद खास माना जाता है।  है। हाथी न केवल धरती के सबसे बड़े स्थलीय जीव हैं, बल्कि जंगलों के पारिस्थितिक संतुलन को बनाए रखने में भी अहम भूमिका निभाते हैं। बढ़ते शिकार, आवास विनाश और मानव-हाथी संघर्ष के बीच, 2025 का वर्ल्ड एलिफेंट डे हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या हम इन महान जीवों को बचाने के लिए पर्याप्त प्रयास कर रहे हैं? “Save Elephant

Save Elephant - Prakriti Darshan Nature and Environment Magazine
Save Elephant - Prakriti Darshan Nature and Environment Magazine

वर्ल्ड एलिफेंट डे 2025 कब और क्यों मनाया जाता है? Save Elephant

हर साल 12 अगस्त को दुनिया भर में वर्ल्ड एलिफेंट डे मनाया जाता है। इसका उद्देश्य है:

हाथियों के संरक्षण के लिए जागरूकता बढ़ाना

अवैध शिकार (Poaching) और दांतों के व्यापार को रोकना

वन्य आवासों की रक्षा करना

मानव-हाथी संघर्ष को कम करना

हाथियों की वर्तमान स्थिति क्या है?Save Elephant

(50,000) से भी कम रह गई है (एशियाई हाथियों) की जनसंख्या ।

अफ्रीकी हाथियों की संख्या भी तेजी से घट रही है, मुख्य कारण अवैध शिकार और आवास का नाश।

भारत में लगभग 30,000 एशियाई हाथी बचे हैं, जिनमें से कई असुरक्षित क्षेत्रों में रह रहे हैं।

हाथी पर्यावरण और प्रकृति के लिए क्यों महत्वपूर्ण हैं?

1.    बीज फैलाव (Seed Dispersal): हाथी जंगलों में बीज फैलाते हैं, जिससे नए पेड़ और पौधे उगते हैं।

2.    पानी के स्रोत बनाना: जंगलों में हाथी प्राकृतिक तालाब और रास्ते बनाते हैं, जो अन्य जानवरों के लिए पानी का स्रोत होते हैं।

3.    जैव विविधता संतुलन: वे कई प्रजातियों के लिए रास्ते और आवास तैयार करते हैं।

वर्तमान में कौन-कौन से संरक्षण प्रयास चल रहे हैं?Save Elephant

प्रोजेक्ट एलिफेंट (भारत): 1992 से हाथियों की सुरक्षा और आवास संरक्षण के लिए सक्रिय।

वन्यजीव गलियारे (Wildlife Corridors): ताकि हाथी सुरक्षित मार्ग से प्रवास कर सकें।

वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो (WCCB): अवैध शिकार और दांत व्यापार रोकने के लिए।

वैश्विक पहल: WWF और IUCN जैसे संगठन हाथियों के संरक्षण के लिए काम कर रहे हैं।

मानव-हाथी संघर्ष क्यों बढ़ रहा है?

जंगलों का कटाव और शहरीकरण – हाथियों के प्राकृतिक आवास सिकुड़ रहे हैं।

फसलों पर हाथियों के हमले – भोजन की तलाश में हाथी खेतों में घुसते हैं।

सड़क और रेल दुर्घटनाएं – हाथियों के गलियारों पर मानव हस्तक्षेप बढ़ने से हादसे होते हैं।

हमें हाथियों की रक्षा क्यों करनी चाहिए?  “Save Elephant

वे पारिस्थितिक तंत्र की रीढ़ हैं।

उनका अस्तित्व खत्म होने से जैव विविधता का संतुलन बिगड़ जाएगा।

हाथी सांस्कृतिक और धार्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण हैं, खासकर भारत में।

हम क्या कर सकते हैं?

1.    जागरूकता फैलाएं और शिकार की रिपोर्ट करें।

2.    स्थानीय संरक्षण कार्यक्रमों में भाग लें।

3.    हाथियों के लिए सुरक्षित वन्य गलियारे बनवाने का समर्थन करें।

4.    दांत और हाथी उत्पादों का उपयोग बंद करें।

सार (Summary):

वर्ल्ड एलिफेंट डे 2025 हमें यह याद दिलाता है कि हाथी केवल जंगल के जीव नहीं, बल्कि हमारे पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षक हैं। उनकी सुरक्षा के लिए कदम उठाने होंगे। समय रहते ध्यान नहीं दिया तो विशाल जीव को हम खो देंगे।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs):

  1. वर्ल्ड एलिफेंट डे कब मनाया जाता है?
    हर साल 12 अगस्त को।
  2. इस दिन का उद्देश्य क्या है?
    हाथियों के संरक्षण और शिकार रोकने के लिए जागरूकता बढ़ाना।
  3. भारत में हाथियों की कितनी आबादी बची है?
    लगभग 30,000 एशियाई हाथी।
  4. हाथियों के प्रमुख खतरे क्या हैं?
    शिकार, आवास विनाश, मानव-हाथी संघर्ष।
  5. भारत में कौन सा प्रोजेक्ट हाथियों की रक्षा करता है?
    प्रोजेक्ट एलिफेंट (1992 से)।
  6. हाथी पर्यावरण के लिए क्यों महत्वपूर्ण हैं?
    वे बीज फैलाते हैं, जल स्रोत बनाते हैं और जैव विविधता संतुलित रखते हैं।
  7. क्या हाथियों की संख्या घट रही है?
    हाँ, खासकर एशियाई और अफ्रीकी हाथियों की।
  8. हम उनकी रक्षा कैसे कर सकते हैं?
    जागरूकता, अवैध शिकार रोकने और वन्य गलियारों के संरक्षण से।
  9. क्या हाथी लुप्तप्राय प्रजाति हैं?
    हाँ, एशियाई हाथी IUCN रेड लिस्ट में ‘Endangered’ श्रेणी में हैं।
  10. वर्ल्ड एलिफेंट डे 2025 की थीम क्या है?
    “Coexisting with Giants: Save Elephants, Save Earth” (सह-अस्तित्व और संरक्षण)।

संदर्भ (References):

  1. वर्ल्ड एलिफेंट डे आधिकारिक साइट – worldelephantday.org
  2. प्रोजेक्ट एलिफेंट – भारत सरकार, वन्यजीव विभाग
  3. WWF और IUCN रिपोर्ट्स 2024-25
  4. डाउन टू अर्थ मैगज़ीन – वाइल्डलाइफ एडिशन 2025
  5. प्रकृति दर्शन फील्ड नोट्स – अगस्त 2025

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SANDEEP KUMAR SHARMA,

EDITOR IN CHIEF,

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