Description
यात्राएं हमें जीवन के गहरे सबक सिखाती हैं
जीवन भी यात्रा ही है, जीवन की यात्रा के बीच भी हम कई यात्राओं पर रहते हैं, कुछ यात्राएं खास हो जाया करती हैं जो हमें उम्रदराज होने तक याद रहती हैं। प्रकृति के बीच की यात्राएं हमेशा ही गहन मन में समा जाया करती हैं। यह अंक प्रकृति और यात्रा पर केंद्रित है क्योंकि हमें लगता है कि जीवन की यात्रा और प्रकृति की यात्रा का मूल एक ही है और वह मौन है। मौन, शांति और गहनता। यह वह शब्द हैं जिन्हें हम अमूमन खोजा करते हैं, कई दफा तो पूरी उम्र हम इन्हें खोज नहीं पाते। अक्सर शांति की खोज में हम प्रकृति की गोद में ही जाते हैं और प्रकृति की गोद में ही सबसे खुशहाल जीवन भी वास करता है। हमें उन यात्राओं को याद करने के लिए अपने बीते हुए कुछ पन्ने पलटने चाहिए और संभव हो तो उनका जिक्र अपने परिवार में भी किया जाना चाहिए ताकि हम प्रकृति के बेहद करीब पहुंचा जा सके। यात्राएं हमें जीवन में बहुत से गहरे सबक सिखाती हैं, विशेषकर रास्ते और मंजिल पर पहुंचने की खुशी…। खैर, यह अंक हमेशा की तरह इस उद्देश्य से कि हम इस भागती हुई जिंदगी से समय निकालकर प्रकृति की ओर लौट चलें…देखियेगा जब हमारी विचारधारा बदलेगी तब हम पूरी प्रबलता के साथ प्रकृति भी बदलने के लिए तैयार होंगे…।
संदीप कुमार शर्मा, संपादक, प्रकृति दर्शन, पत्रिका
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