
भारत को आम का देश कहा जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगी। यहां की जलवायु, मिट्टी और परंपरागत खेती की विधियों ने कई प्रकार की स्वादिष्ट आम की किस्मों को जन्म दिया है। इस लेख में हम Indian Mango Varieties 2025 भारत की प्रमुख आम की किस्मों की जानकारी, उनके स्वाद, भौगोलिक स्थिति, दाम, औषधीय उपयोग और वैश्विक निर्यात के आंकड़ों को सरल भाषा में प्रस्तुत कर रहे हैं।
अल्फोंसो आम (Alphonso Mangoes) Indian Mango Varieties 2025
Alphonso Mangoes– अल्फोंसो आम क्यों माना जाता है ‘आमों का राजा’?
अल्फोंसो आम, जिसे ‘हापुस’ आम के नाम से भी जाना जाता है, भारत का सबसे प्रीमियम और लोकप्रिय आम है। यह विशेष रूप से महाराष्ट्र के रत्नागिरी, देवगढ़ और सिंधुदुर्ग क्षेत्रों में उगाया जाता है। इसकी सबसे बड़ी विशेषता इसका गाढ़ा केसरिया रंग, अत्यंत मीठा स्वाद, मलाईदार गूदा और विशिष्ट सुगंध है, जो इसे अन्य आमों से अलग बनाता है।
इस आम की त्वचा पतली और बीज छोटा होता है, जिससे इसका उपयोग आमरस, मिठाइयों और उच्च गुणवत्ता के पैकेज्ड प्रोडक्ट्स में अधिक होता है। यही कारण है कि इसे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी भारी मांग प्राप्त है।
औसतन कीमत: ₹800 – ₹1200 प्रति दर्जन (मौसम, गुणवत्ता और आपूर्ति पर निर्भर)
प्रमुख उत्पादन क्षेत्र: महाराष्ट्र (रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, देवगढ़)
सीजन: मार्च से जून के मध्य तक
उपयोग: आमरस, मिठाइयाँ, पैकेजिंग, निर्यात
दशहरी आम (Dasheri Mango) Indian Mango Varieties 2025
Dasheri Mango दशहरी आम की क्या विशेषता है?
दशहरी आम, उत्तर प्रदेश के मलिहाबाद क्षेत्र की पहचान है और यह भारत के सबसे पुराने आमों में से एक माना जाता है। इस आम की पहचान होती है इसकी पतली हरी त्वचा, बिना रेशे का नरम गूदा और शुद्ध मिठास।
दशहरी आम का आकार मध्यम होता है और इसका स्वाद बच्चों और बुज़ुर्गों में बेहद पसंद किया जाता है। यह आम सीधा खाया जाने वाला टेबल फ्रूट है और आमरस के लिए भी उपयुक्त होता है। इसके स्वाद की मिठास इसे भारत में ही नहीं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रसिद्ध बनाती है।
औसतन कीमत: ₹300 – ₹500 प्रति दर्जन
प्रमुख उत्पादन क्षेत्र: उत्तर प्रदेश (मलिहाबाद)
सीजन: जून से जुलाई के मध्य तक
उपयोग: ताजे सेवन, आमरस, घरेलू उपयोग
केसर आम (Kesar Mango) Indian Mango Varieties 2025
Kesar Mango केसर आम को इतना खास क्यों माना जाता है?
केसर आम, जिसे अक्सर “गुजरात का गौरव” कहा जाता है, मुख्यतः गिर और जूनागढ़ के इलाकों में उगाया जाता है। इसका नाम इसके गहरे केसरिया रंग और सुगंधित गूदे के कारण पड़ा है। इसकी सुगंध इतनी तीव्र और मनभावन होती है कि यह आमरस, मिठाई और आइसक्रीम में सबसे अधिक उपयोग किया जाता है।
विशेषताएं:
रंग: गहरा केसरिया
स्वाद: तीखा-मीठा
सुगंध: मसालेदार और आकर्षक
उपयोग: आमरस, हलवा, आइसक्रीम, पल्प उद्योग
औसतन कीमत: ₹500–₹800 प्रति दर्जन (मौसम और स्थान के अनुसार)
आम्रपाली आम (Amrapali Mango) Indian Mango Varieties 2025
क्या आम्रपाली आम आधुनिक किस्मों में आता है?
जी हां, आम्रपाली आम एक आधुनिक संकरण किस्म है जिसे दशहरी और नीलम आम के संयोजन से विकसित किया गया है। इसे भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI) द्वारा विकसित किया गया था। इसका रंग गहरा लाल और स्वाद गाढ़ा-मीठा होता है। यह आम ज्यादा दिनों तक ताजा रह सकता है, जिससे यह बाजार और घरेलू उपयोग के लिए उत्तम विकल्प बनता है।
विशेषताएं:
उत्पत्ति: दशहरी × नीलम (हाइब्रिड)
रंग: गहरा नारंगी-लाल
स्वाद: रेशेदार और गाढ़ा
उपयोग: घरेलू सेवन, प्रोसेसिंग, शेल्फ-स्टेबल आम
औसतन कीमत: ₹200–₹350 प्रति दर्जन
सफेदा आम (Safeda Mango)
सफेदा आम का स्वाद और उपयोग क्या है?
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में उगाया जाने वाला सफेदा आम आकार में बड़ा, गूदा मोटा और हल्के स्वाद वाला होता है। यह जूस, शेक और प्रोसेसिंग में अधिक उपयोग होता है।
औसतन कीमत: ₹250-₹400 प्रति दर्जन
राजापुरी आम (Rajapuri Mango)
क्या राजापुरी आम प्रोसेसिंग के लिए अच्छा है?
हां, यह आम आकार में बहुत बड़ा होता है और इसकी त्वचा मोटी होती है, जिससे यह पल्पिंग और पिकलिंग (अचार) में उपयोगी होता है।
औसतन कीमत: ₹200-₹300 प्रति दर्जन
जानिए भारत की प्रमुख आम की किस्मों की कीमतें (Indian Mango Varieties Price Table):
आम की किस्म | औसतन दाम (₹/दर्जन) |
अल्फोंसो | ₹800 – ₹1200 |
दशहरी | ₹300 – ₹500 |
केसर | ₹500 – ₹800 |
अम्रपाली | ₹200 – ₹350 |
सफेदा | ₹250 – ₹400 |
राजापुरी | ₹200 – ₹300 |
देशों की जानिए आम की खपत (Country-wise Data Table):
देश | भारतीय आमों का आयात |
UAE | अधिक |
USA | अधिक |
UK | मौजूद |
बांग्लादेश | उपयोगी |
नेपाल | उपयोगी |
निर्यात-आयात टेबल (Export-Import Data Table):
वर्ष | निर्यात (टन में) | प्रमुख देश |
2022 | 1,85,000 | UAE, UK, USA |
2023 | 1,95,500 | USA, बांग्लादेश |
भौगोलिक जानकारियां और आवश्यक तकनीकियां (Geographical Conditions Table):
किस्म | उपयुक्त जलवायु | मिट्टी का प्रकार |
अल्फोंसो | तटीय गर्म और आर्द्र जलवायु | दोमट मिट्टी |
दशहरी | समशीतोष्ण जलवायु | बलुई दोमट |
केसर | अर्ध-शुष्क और पर्वतीय क्षेत्र | लाल बलुई मिट्टी |
अम्रपाली | समशीतोष्ण और उपोष्ण | मिश्रित जैविक मिट्टी |
सफेदा | आर्द्र और गर्म | काली मिट्टी |
राजापुरी | पश्चिमी घाट का जलवायु | बलुई-मिश्रित मिट्टी |
औषधीय उपयोग टेबल (Medicinal Use Table):
आम की किस्म | औषधीय गुण |
अल्फोंसो | पाचन शक्ति वर्धक, त्वचा के लिए लाभकारी |
दशहरी | शीतल, कब्ज दूर करने में सहायक |
केसर | इम्यूनिटी बढ़ाने वाला, एंटीऑक्सीडेंट स्रोत |
अम्रपाली | शुगर कंट्रोल में सहायक, डाइजेस्टिव टॉनिक |
सफेदा | शरीर को ठंडक देने वाला, एनर्जी बूस्टर |
राजापुरी | पाचन सुधारक, आयरन स्रोत |
औषधीय उपयोग: भारतीय आम की किस्मों के स्वास्थ्य लाभ (Medicinal Benefits of Indian Mango Varieties)
भारत में आम सिर्फ स्वाद और सुगंध तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पोषण और औषधीय गुणों की दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण फल है। नीचे दी गई विभिन्न Indian Mango Varieties के औषधीय लाभों को विस्तार से समझिए:
अल्फोंसो आम (Alphonso Mango): पाचन शक्ति वर्धक, त्वचा के लिए लाभकारी
विशेषता:
अल्फोंसो आम को पाचन तंत्र के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है। इसमें प्राकृतिक एंजाइम होते हैं जो भोजन को जल्दी पचाने में मदद करते हैं। इसके अलावा, यह आम विटामिन-A और विटामिन-C का अच्छा स्रोत है, जो त्वचा को चमकदार और स्वस्थ बनाने में मदद करते हैं।
उपयोग कैसे करें:
दिन में एक अल्फोंसो आम खाने से पाचन मजबूत होता है।
इसका गूदा फेस पैक में मिलाकर त्वचा पर लगाया जा सकता है।
दशहरी आम (Dasheri Mango): शीतल गुण वाला, कब्ज में राहत देने वाला
विशेषता:
दशहरी आम शरीर को शीतलता प्रदान करता है और इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो कब्ज दूर करने में सहायक होती है। यह गर्मियों में शरीर को ठंडक देने वाला एक प्राकृतिक फल है।
उपयोग कैसे करें:
सुबह खाली पेट दशहरी आम का सेवन करें।
इसका रस पीना भी आंतों की सफाई में सहायक होता है।
केसर आम (Kesar Mango): इम्यूनिटी बढ़ाने वाला, एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
विशेषता:
केसर आम में प्रचुर मात्रा में विटामिन-C, बीटा-कैरोटीन और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity) को मजबूत करते हैं। यह त्वचा को फ्री रेडिकल्स से बचाता है।
उपयोग कैसे करें:
इसका आमरस पीना शरीर में इम्यून सेल्स को सक्रिय करता है।
बच्चों को रोजाना एक टुकड़ा देना उन्हें रोगों से बचा सकता है।
अम्रपाली आम (Amrapali Mango): शुगर कंट्रोल और पाचन के लिए उपयोगी
विशेषता:
अम्रपाली आम में शुगर की मात्रा अपेक्षाकृत कम होती है, जिससे यह मधुमेह (Diabetes) रोगियों के लिए एक नियंत्रित मात्रा में उपयुक्त हो सकता है। यह आम डाइजेस्टिव टॉनिक की तरह काम करता है और आंतों की कार्यक्षमता बढ़ाता है।
उपयोग कैसे करें:
सीमित मात्रा में अम्रपाली आम खाना ब्लड शुगर को स्थिर बनाए रखता है।
इसके रस को थोड़ा नींबू मिलाकर सेवन करें, जिससे यह और भी उपयोगी बनता है।
ठंडक देने वाला – सफेदा आम (Safeda Mango):,ऊर्जा का स्रोत
विशेषता:
सफेदा आम में पानी की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर को ठंडक और हाइड्रेशन प्रदान करता है। यह नेचुरल एनर्जी बूस्टर है, जो शरीर को तुरंत ताजगी और ऊर्जा देता है।
उपयोग कैसे करें:
गर्मी में इसका शेक या स्मूदी बनाकर पीना अत्यंत लाभकारी होता है।
एक्सरसाइज के बाद इसका सेवन ऊर्जा स्तर बनाए रखता है।
राजापुरी आम (Rajapuri Mango): पाचन सुधारक और आयरन स्रोत
विशेषता:
राजापुरी आम में फाइबर और आयरन की भरपूर मात्रा होती है, जो पाचन को मजबूत करता है और हीमोग्लोबिन बढ़ाने में सहायक होता है। यह बच्चों और महिलाओं के लिए खासतौर पर फायदेमंद है।
उपयोग कैसे करें:
इसका गूदा छाछ या दही के साथ मिलाकर पाचन में सुधार किया जा सकता है।
एनीमिया से ग्रसित लोगों के लिए यह आम बहुत उपयोगी है।
सारांश (Summary):
भारतीय आम की किस्में न केवल स्वाद बल्कि स्वास्थ्य, व्यापार और संस्कृति के स्तर पर भी महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं। अल्फोंसो, दशहरी, केसर, अम्रपाली, सफेदा और राजापुरी जैसे आम भारत को विश्व पटल पर आम उत्पादन में अग्रणी बनाते हैं।
❓ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ) — Indian Mango Varieties
Q1: भारत में कितनी प्रकार की आम की किस्में पाई जाती हैं?
👉 भारत में लगभग 1500 से अधिक आम की किस्में पाई जाती हैं, जिनमें से अल्फोंसो, दशहरी, केसर, अम्रपाली, सफेदा और राजापुरी सबसे प्रसिद्ध हैं।
Q2: सबसे महंगा भारतीय आम कौन-सा है?
👉 अल्फोंसो (हापुस) आम को भारत का सबसे महंगा आम माना जाता है। इसकी कीमत ₹800 से ₹1200 प्रति दर्जन तक होती है।
Q3: कौन-से आम का स्वाद सबसे मीठा होता है?
👉 दशहरी और अल्फोंसो आमों का स्वाद सबसे ज्यादा मीठा और सुगंधित माना जाता है।
Q4: केसर और हापुस आम में क्या अंतर है?
👉 केसर आम में केसरिया रंग और मसालेदार खुशबू होती है, जबकि हापुस (अल्फोंसो) आम रेशेदार, सुगंधित और अधिक मीठा होता है। दोनों की पैदावार और भौगोलिक स्थिति अलग होती है।
Q5: कौन-सा आम स्वास्थ्य के लिए सबसे लाभकारी होता है?
👉 सभी आमों में औषधीय गुण होते हैं, लेकिन केसर आम को इम्यूनिटी बूस्ट करने वाला और अल्फोंसो को पाचन में सहायक माना जाता है।
Q6: क्या भारत अपने आमों का निर्यात करता है?
👉 हां, भारत हर वर्ष UAE, UK, USA, बांग्लादेश और नेपाल जैसे देशों को लाखों टन आम निर्यात करता है।
(FAQ)
Q7: अम्रपाली आम किसका संकरण है?
👉 अम्रपाली आम दशहरी और नीलम आम का संकरण (hybrid) है, जो लंबे समय तक टिकने और मीठे स्वाद के लिए जाना जाता है।
Q8: आम की कौन-सी किस्म अचार और प्रोसेसिंग के लिए उपयुक्त है?
👉 राजापुरी आम का उपयोग अचार बनाने और पल्प प्रोसेसिंग के लिए सबसे अधिक होता है क्योंकि यह आकार में बड़ा और मोटी त्वचा वाला होता है।
Q9: सफेदा आम कहां उगाया जाता है और इसका क्या उपयोग है?
👉 सफेदा आम मुख्यतः आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में उगाया जाता है और इसका उपयोग जूस, शेक और आम पल्प में किया जाता है।
Q10: आम को लंबे समय तक कैसे संरक्षित किया जा सकता है?
👉 आम को ठंडी और सूखी जगह पर रखें, या पल्प बनाकर फ्रिज में स्टोर किया जा सकता है। इसके अलावा अचार और जैम के रूप में भी इसे संरक्षित किया जा सकता है।
संदर्भ (References):
- APEDA India – Export of Mangoes Report 2023
- Indian Council of Agricultural Research (ICAR)
- National Horticulture Board
- Krishi Jagran Mango Market Data
- Government of Maharashtra Horticulture Portal
डिसक्लेमर (Disclaimer):यह लेख सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। कृपया किसी भी चिकित्सकीय उपयोग से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श लें।
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