परिचय: आंवला क्या है?
आंवला (Amla) जिसे भारतीय करौंदा, अमलकी या Indian Gooseberry भी कहा जाता है, एक अत्यंत पोषक तत्वों से भरपूर फल है। यह फल न केवल आयुर्वेदिक औषधियों का आधार है, बल्कि आधुनिक विज्ञान भी इसके गुणों को मान्यता दे रहा है। आंवला विटामिन-C, एंटीऑक्सीडेंट, फाइबर और खनिजों का प्रमुख स्रोत है। Amla, Amla tree/आंवला: सेहत, सौंदर्य और शोध में छुपा प्रकृति का अमृत फल” इस दौर के लिए वाकई यह अमृत फल ही है।

आंवले का वैज्ञानिक नाम और वर्गीकरण– Amla, Amla tree/आंवला
वैज्ञानिक नाम: Phyllanthus emblica
परिवार: Phyllanthaceae
यह एक पर्णपाती वृक्ष है जो अधिकतर भारत, श्रीलंका और दक्षिण-पूर्व एशिया में पाया जाता है। इसके फल गोल, हरे और खट्टे स्वाद वाले होते हैं।Amla, Amla tree/आंवला
Amla Tree की पहचान और विशेषताएँ – Amla, Amla tree/आंवला
आंवले का पेड़ Amla Tree भारत में प्राचीन काल से स्वास्थ्य और आध्यात्मिक महत्व से जुड़ा हुआ है। यह वृक्ष छोटे से मध्यम आकार का होता है, जिसकी ऊंचाई औसतन 8 से 18 फीट तक होती है। इसकी पत्तियाँ छोटी, हल्की, गुलाबी-हरा रंग लिए होती हैं, और पत्तों की बनावट इमली जैसे दिखती है।
Amla Tree की विशेषताएँ: Amla, Amla tree/आंवला
विशेषता | विवरण |
वैज्ञानिक नाम | Phyllanthus emblica |
पेड़ की ऊंचाई | 8 से 18 फीट |
पत्तियों का आकार | इमली जैसी, पतली और लंबी |
तना | भूरे रंग का, छाल पतली होती है |
फल | गोल, हल्का पीला, खट्टा, |
जीवनकाल | 40–60 वर्ष से अधिक |
परागण | प्राकृतिक, मधुमक्खियाँ एवं हवा द्वारा |
फल पकने का समय | सितंबर से नवम्बर |
जलवायु | उष्णकटिबंधीय व उपोष्णकटिबंधीय |
Amla Tree बहुत मजबूत होता है और सूखे, कम पानी वाली भूमि में भी आसानी से बढ़ सकता है। इसकी जड़ें गहरी होती हैं, जो इसे प्राकृतिक आपदाओं से भी बचाती हैं।
भारत में आंवला उत्पादन की स्थिति
भारत विश्व का सबसे बड़ा आंवला उत्पादक देश है। यहां विभिन्न राज्यों में इसकी खेती की जाती है, जिसमें उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान प्रमुख हैं।
प्रमुख उत्पादन क्षेत्र:
राज्य | प्रमुख ज़िले | वार्षिक उत्पादन (टन में अनुमानित) |
उत्तर प्रदेश | वाराणसी, प्रतापगढ़ काशीपुर | 4.5 लाख टन |
मध्य प्रदेश | नीमच, उज्जैन, मंदसौर | 3.2 लाख टन |
राजस्थान | अजमेर, भीलवाड़ा, कोटा | 1.8 लाख टन |
महाराष्ट्र | नासिक, नागपुर, सोलापुर | 2.5 लाख टन |
गुजरात | सुरेंद्रनगर, भावनगर | 90 हजार टन |
जलवायु की भूमिका:
आंवले की अच्छी उपज के लिए 25°C से 35°C तापमान, हल्की बारिश (600-800 mm) और दोमट से लेकर बलुई मिट्टी तक उपयुक्त मानी जाती है। इसकी खेती कम लागत में अधिक लाभ देने वाली मानी जाती है, इसलिए छोटे किसान भी इसकी ओर आकर्षित हो रहे हैं।
Amla की प्रमुख किस्में (Amla Varieties) – Amla, Amla tree/आंवला
भारत में आंवले की कई किस्में विकसित की गई हैं, जो अलग-अलग जलवायु और उद्देश्य के अनुसार उपयुक्त हैं। कुछ किस्में स्वाद, उत्पादन, औषधीय गुण और संग्रहण क्षमता के आधार पर लोकप्रिय हैं। Amla, Amla tree/आंवला
प्रमुख आंवला किस्में और उनकी विशेषताएँ:
किस्म का नाम | मुख्य विशेषता | उपयुक्त क्षेत्र | औसत उत्पादन | उपयोग |
चकैया (Chakaiya) | छोटी फल, देर से पकने वाली, मुरब्बा के लिए श्रेष्ठ | उत्तर प्रदेश, बिहार | 70–80 क्विंटल/एकड़ | मुरब्बा, चूर्ण |
कंचन (Kanchan) | मध्यम आकार का फल, जल्दी पकने वाली | राजस्थान, मध्य प्रदेश | 60–70 क्विंटल/एकड़ | चूर्ण, जूस |
NA-7 (एन‑7) | अधिक उपज, रोग प्रतिरोधक, गोल फल | महाराष्ट्र, गुजरात | 90–100 क्विंटल/एकड़ | औषधीय, रस |
लक्ष्मी‑52 | बड़े फल, रसदार, व्यापारिक उपयोग हेतु श्रेष्ठ | महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश | 100+ क्विंटल/एकड़ | कैंडी, मुरब्बा |
कृष्णा (NA‑10) | उच्च विटामिन C, शीत सहनशील | उत्तर भारत | 80–90 क्विंटल/एकड़ | औषधीय |
अग्रावोट (Agravot) | नई हाइब्रिड किस्म, शोधाधीन | रिसर्च स्टेशनों में | — | भविष्य की संभावना |
ध्यान दें: NA (Nursery Aonla)
औषधीय उपयोग और लाभ (Medicinal Use and Health Benefits) -Amla, Amla tree/आंवला
आंवला प्राचीन काल से आयुर्वेद का हिस्सा रहा है। इसे “धात्री फल” (माँ के समान पोषण देने वाला) भी कहा जाता है। यह फल त्रिदोष नाशक (वात, पित्त, कफ) गुणों से युक्त होता है।
किस्म-वार औषधीय लाभ तालिका:
किस्म | औषधीय उपयोग | मुख्य तत्व |
चकैया | कब्ज निवारण, लीवर टॉनिक | टैनिन, विटामिन C |
कंचन | त्वचा रोगों में उपयोगी | गैलिक एसिड |
NA-7 | डायबिटीज नियंत्रण, रोग प्रतिरोध | उच्च एंटीऑक्सीडेंट |
लक्ष्मी-52 | रक्त शुद्धि, हृदय सुरक्षा | पॉलीफेनोल |
कृष्णा | बालों का झड़ना रोकना, आंखों की रोशनी | कैरोटीनॉइड, लोह तत्व |
प्रमुख स्वास्थ्य लाभ:
प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत बनाता है
हृदय रोगों से बचाव करता है
डायबिटीज नियंत्रण में सहायक
कैंसर विरोधी गुण
पाचन क्रिया में सुधार करता है
बालों और त्वचा को स्वस्थ बनाता है
आंखों की रोशनी बढ़ाता है
मानसिक तनाव को कम करता है
आधुनिक शोधों के अनुसार, आंवले में पाए जाने वाले विटामिन C की मात्रा संतरे से लगभग 20 गुना अधिक होती है।
आंवला का भारत और विदेश में व्यापार: उत्पादन, निर्यात, मूल्य
आंवला केवल आयुर्वेदिक चिकित्सा और घरेलू उपयोग तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका वैश्विक व्यापार भी निरंतर बढ़ रहा है। भारत आंवला उत्पादन में अग्रणी देश है और अनेक देशों को आंवले से बने उत्पाद जैसे जूस, पाउडर, कैंडी और औषधियाँ निर्यात करता है।
भारत में आंवला व्यापार के आँकड़े:
वर्ष | कुल उत्पादन (टन में) | निर्यात (टन में) | प्रमुख निर्यात देश | औसत मूल्य (₹/किग्रा) |
2021 | 11.2 लाख टन | 25000 | यूएई, बांग्लादेश, अमेरिका | ₹35–₹70 |
2022 | (12 लाख टन) | 29500 | जापान, UK, नेपाल | ₹40–₹80 |
2023 | 13.5 लाख टन | 33000 | कनाडा, सिंगापुर | ₹45–₹90 |
2024 | 14.8 लाख टन (अनुमान) | 37500+ | जर्मनी, सऊदी अरब | ₹50–₹100 |
सबसे अधिक निर्यात आंवला पाउडर और जूस के रूप में होता है।
Amla Recipes: स्वाद और सेहत का मेल
आंवला कड़वाहट के बावजूद कई स्वादिष्ट और पोषणयुक्त व्यंजनों में उपयोग किया जाता है। यह न सिर्फ स्वाद बढ़ाता है बल्कि स्वास्थ्य लाभ भी देता है।
Amla Recipe Data Table:
व्यंजन का नाम | मुख्य सामग्री | स्वास्थ्य लाभ |
आंवला मुरब्बा | आंवला, शक्कर, लौंग, दालचीनी | पाचन, ऊर्जा |
आंवला चटनी | आंवला, हरी मिर्च, धनिया, पुदीना, नमक | प्रतिरक्षा |
आंवला कैंडी | आंवला, मिश्री, सौंफ | पेट साफ |
आंवला जूस | आंवला, नींबू, शहद | त्वचा, आंखें |
आंवला चूर्ण | सूखा आंवला, अदरक, जीरा | कब्ज, गैस |
आंवला टी | आंवला पाउडर, तुलसी, अदरक | सर्दी, थकान |
✅ आंवला व्यंजनों को खाली पेट सुबह लेने पर सबसे अधिक लाभकारी माना गया
भारत में आंवले पर वैज्ञानिक शोध और प्रमुख संस्थान
भारतीय वैज्ञानिक संस्थान आंवले पर लगातार अनुसंधान कर रहे हैं ताकि इसकी औषधीय और व्यावसायिक संभावनाओं को और मजबूत किया जा सके।
प्रमुख अनुसंधान संस्थान व पोर्टल:
संस्थान का नाम | कार्यक्षेत्र / शोध विषय | वेबसाइट |
ICAR – Indian Institute of Horticultural Research (IIHR), बेंगलुरु | आंवला की नई किस्में, कृषि तकनीकें | iihr.res.in |
CCRAS – Central Council for Research in Ayurvedic Sciences | औषधीय उपयोग, फार्माकोलॉजी | ccras.nic.in |
(BHU, Institute of Agricultural Sciences( | (जीनोमिक्स, पोषण और भौगोलिक अध्ययन) | bhu.ac.in |
(CIMAP – Central Institute of Medicinal & Aromatic Plants) | (आयुर्वेदिक प्रयोग, प्रसंस्करण विधियाँ) | cimap.res.in |
(NRCL – National Research Centre for Litchi )(आंवला पर भी कार्यरत) | (उत्तर भारत में आंवला खेती की स्थिति) | nrclitchi.org |
इन संस्थानों द्वारा विकसित हाइब्रिड किस्में, जैसे NA-7, NA-10, लक्ष्मी-52, किसान समुदाय के लिए अत्यधिक लाभकारी सिद्ध हो रही हैं।
भारतीय संस्कृति व हिन्दू धर्म में आंवला का पौराणिक महत्व

आंवला केवल एक पौष्टिक फल नहीं, बल्कि हिन्दू संस्कृति में अत्यंत पूज्यनीय वृक्ष है। इसे अमलकी कहा जाता है, जिसका अर्थ है – “निर्मल करने वाली”।
पौराणिक मान्यताएँ:
आंवले को धात्री (पोषक माता) भी कहा गया है, क्योंकि यह शरीर का संपूर्ण पोषण करता है।
कार्तिक मास में आंवले के वृक्ष की पूजा का विशेष महत्व है। स्त्रियाँ आंवला नवमी के दिन इसकी पूजा करके संतान सुख और स्वास्थ्य की कामना करती हैं।
यह माना जाता है कि आंवला वृक्ष में भगवान विष्णु और लक्ष्मी का वास होता है।
पद्म पुराण, विष्णु पुराण, गरुड़ पुराण आदि में आंवले का उल्लेख औषधीय और आध्यात्मिक गुणों के रूप में मिलता है।
पुरातन भारत में ऋषि-मुनि इसे अमृतफल कहते थे, जो दीर्घायु और निरोगी जीवन का रहस्य था।
✅ निष्कर्ष (Conclusion)
आंवला एक ऐसा दिव्य फल है जिसमें स्वास्थ्य, औषधि, स्वाद और संस्कृति – चारों का अद्भुत संगम है। यह न केवल आधुनिक जीवनशैली की बीमारियों से लड़ने में सहायक है, बल्कि भारतीय कृषि, आयुर्वेद, और निर्यात व्यापार का एक मजबूत आधार भी बन चुका है।
यदि इसका वैज्ञानिक तरीके से उत्पादन, प्रसंस्करण और प्रचार किया जाए तो आंवला आने वाले वर्षों में भारत की ग्रीन हेल्थ क्रांति का प्रतीक बन सकता है।
❓ FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1. क्या आंवला रोज खा सकते हैं?
हाँ, रोज 1–2 आंवला या इसका जूस स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होता है।
Q2. क्या आंवला डायबिटीज के मरीज ले सकते हैं?
बिलकुल, आंवला ब्लड शुगर नियंत्रित करने में सहायक होता है। बिना मीठा मिलाए जूस पीना उचित रहेगा।
Q3. आंवला बालों के लिए कैसे फायदेमंद है?
यह विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जिससे बालों की जड़ें मजबूत होती हैं।
Q4. आंवले की सबसे अच्छी किस्म कौन‑सी है?
NA‑7, लक्ष्मी‑52 और चकैया खेती के लिए बेहतर मानी जाती हैं।
Q5. क्या आंवला गर्भवती महिलाओं को दिया जा सकता है?
हाँ, लेकिन किसी भी औषधीय प्रयोग से पहले डॉक्टर या आयुर्वेदाचार्य से परामर्श ज़रूरी है।
संदर्भ (References)
- ICAR-IIHR Bengaluru (https://iihr.res.in)
- CCRAS Ayurvedic Research (https://ccras.nic.in)
- BHU Agricultural Sciences (https://bhu.ac.in)
- CIMAP Lucknow (https://cimap.res.in)
- National Horticulture Board (https://nhb.gov.in)
- FAO Trade Statistics, 2023
- Ayurvedic Pharmacopoeia of India
- Padma Purana and Vishnu Purana (हिंदी संस्करण)
Disclaimer (अस्वीकरण)
यह लेख केवल शैक्षणिक व सूचनात्मक उद्देश्य से प्रस्तुत किया गया है। आंवला या किसी भी औषधीय पौधे के सेवन से पहले योग्य आयुर्वेदाचार्य या चिकित्सक की सलाह अवश्य लें। लेख में दिए गए व्यापारिक व सांख्यिकीय आंकड़े विभिन्न सरकारी और सार्वजनिक स्रोतों से लिए गए अनुमान हैं, वास्तविकता में थोड़े बहुत अंतर संभव हैं।
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