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Tortoise कछुआ

Tortoise कछुआ की प्रजातियाँ और उनकी खासियतें 

कछुआ Tortoise एक ऐसा प्राचीन जीव है, जो पृथ्वी पर लाखों वर्षों से जीवित है। इस लेख में हम जानेंगे दुनिया भर में पाई जाने वाली कछुओं की प्रजातियाँ, उनकी विशेषताएं, कौन से देश कछुओं के संरक्षण में आगे हैं, सबसे बड़े और सबसे छोटे कछुए कहां पाए जाते हैं, और किस तरह कछुआ Tortoise जल और जैव विविधता को संरक्षित करता है। Tortoise कछुआ की प्रजातियाँ और उनकी खासियतें हम इस आलेख में प्रमुखता से देखेंगे। 

कछुआ Tortoise- पारिस्थितिक तंत्र (ecosystem) में संतुलन

Tortoise कछुआ एक लंबी उम्र जीने वाला, धीमी गति से चलने वाला और मजबूत खोल वाला सरीसृप (reptile) है। यह स्थलीय और जलीय दोनों प्रकार का हो सकता है। दुनियाभर में इसके संरक्षण की ज़रूरत बढ़ती जा रही है क्योंकि यह पारिस्थितिक तंत्र (ecosystem) में संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

 दुनिया में कछुआ Tortoise की प्रमुख प्रजातियाँ और उनकी खासियतें

कछुआ Tortoise एक ऐसा प्राचीन जीव है जो लाखों वर्षों से पृथ्वी पर मौजूद है। इसकी कई प्रजातियाँ दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में पाई जाती हैं, और हर प्रजाति की अपनी अनूठी विशेषताएँ होती हैं। नीचे कछुआ Tortoise की कुछ प्रसिद्ध और अद्भुत प्रजातियों की जानकारी दी गई है:

 1. गैलापागोस टॉर्टॉइज (Galápagos Tortoise)

स्थान: गैलापागोस द्वीप, इक्वाडोर

विशेषताएँ:

यह दुनिया का सबसे बड़ा कछुआ Tortoise है।

400 किलो तक इसका वजन और 1.5 मीटर तकलंबाई  हो सकती है।

यह 150 से 200 वर्ष तक जीवित रह सकता है।

इसका भोजन मुख्यतः पत्ते, घास और फल होते हैं।

 2. एल्डाब्रा जायंट टॉर्टॉइज (Aldabra Giant Tortoise)

स्थान: सेशेल्स द्वीपसमूह

विशेषताएँ:

यह भी एक विशालकाय कछुआ Tortoise है जिसकी लंबाई 1.2 मीटर और वजन 250 किलो तक होता है।

यह धीमी गति से चलता है और शाकाहारी होता है।

100 वर्षों से अधिक तक यह जीवित रह सकता।

 3. इंडियन स्टार टॉर्टॉइज (Indian Star Tortoise)

स्थान: भारत, श्रीलंका, पाकिस्तान

विशेषताएँ:

इसके खोल पर तारे जैसे पीले डिज़ाइन होते हैं, इसी कारण इसका नाम स्टार टॉर्टॉइज पड़ा।

मध्यम आकार का स्थलीय कछुआ Tortoise है।

शाकाहारी होता है और ज्यादातर सूखी घास, फल और फूल खाता है।

यह पालतू रूप में अवैध रूप से बहुत लोकप्रिय है, जिससे इसकी संख्या में गिरावट आई है।

 4. स्पाइडर टॉर्टॉइज (Spider Tortoise)

स्थान: मेडागास्कर

विशेषताएँ:

यह दुनिया का सबसे छोटा कछुआ Tortoise है।

इसका आकार 10 से 12 सेमी और वजन लगभग 400 ग्राम तक होता है।

इसके खोल पर जाले (मकड़ी जैसे) पैटर्न होते हैं।

यह (Critically Endangered)अत्यंत   संकटग्रस्त  है,  केवल विशेष संरक्षण क्षेत्रों में पाया जाता है।

5. रेड इयर्ड स्लाइडर (Red-Eared Slider)

स्थान: अमेरिका, एशिया में पालतू रूप में

विशेषताएँ:

इसकी आंखों के पीछे लाल रंग की एक धारी होती है, जिससे इसका नाम पड़ा।

यह एक जलीय कछुआ Tortoise है, जो पानी और ज़मीन दोनों जगह रह सकता है।

यह अत्यधिक अनुकूलनशील प्रजाति है और अक्सर पालतू जानवर के रूप में पाई जाती है।

 6. केम्प्स रिडले सी टर्टल (Kemp’s Ridley Sea Turtle)

स्थान: अटलांटिक महासागर, अमेरिका

विशेषताएँ:

यह सबसे छोटा समुद्री कछुआ Tortoise है।

इसकी लंबाई 60 सेमी और वजन 40 किलो तक होता है।

यह समुद्र में अंडे देने के लिए एक साथ “Arribada” नामक प्रक्रिया में तट पर आते हैं।

यह गंभीर संकट में है (Critically Endangered)।

7. लेदरबैक सी टर्टल (Leatherback Sea Turtle)

स्थान: प्रशांत, अटलांटिक और हिंद महासागर

विशेषताएँ:

यह सबसे बड़ी समुद्री कछुआ Tortoise प्रजाति है।

इसका वजन 700 किलो और लंबाई 2.2 मीटर तक हो सकती है।

इसका खोल कठोर नहीं बल्कि चमड़े जैसा होता है।

यह जेलीफ़िश खाता है और गहरे समुद्रों में डाइव करता है।

विशेष टिप्पणी: कछुए की भूमिका और संकट

इन सभी कछुआ Tortoise प्रजातियों को पर्यावरण में संतुलन बनाए रखने के लिए जाना जाता है।

अवैध तस्करी, आवास नष्ट होना, और जलवायु परिवर्तन इनकी संख्या पर खतरा बन चुके हैं।

IUCN रेड लिस्ट में संकटग्रस्त अधिकांश प्रजातियाँ  Endangered या Critically Endangered) श्रेणी में हैं।

कछुए की संख्या में वृद्धि वाले देश

हाल के वर्षों में संरक्षण प्रयासों के कारण कुछ देशों में कछुए की संख्या में वृद्धि हुई है:

सेशेल्स: एल्डाब्रा टॉर्टॉइज का सफल संरक्षण

इक्वाडोर (Galápagos Islands): आइलैंड बेस्ड संरक्षण कार्यक्रम

भारत: रेड इयर्ड स्लाइडर और इंडियन स्टार टॉर्टॉइज की संख्या में नियंत्रण

ऑस्ट्रेलिया: समुद्री कछुओं के लिए प्रतिबंधित क्षेत्र

कछुआ Tortoise की विशेषताएं

150-200 वर्ष तक जीवित रहते हैं कुछ कछुए

धीमी चयापचय दर (Metabolism): इन्हें कम भोजन की आवश्यकता होती है।

सख्त खोल: आत्मरक्षा के लिए ढाल के रूप में उपयोग

सबसे बड़ा और सबसे छोटा कछुआ – कहाँ पाए जाते हैं?

कछुआ सबसे बड़ा गैलापागोस टॉर्टॉइज 400 किलो तक, 1.5 मीटर गैलापागोस द्वीप पाए जाते हैं

सबसे छोटा कछुआ स्पाइडर टॉर्टॉइज मेडागास्कर 10–12 सेमी, 400 ग्राम

कछुआ Tortoise कैसे जल संरक्षण में सहायक है?

कछुए जल स्रोतों के पास की मिट्टी को स्थिर रखते हैं।

इनके कारण झीलों, तालाबों और नदियों का जैविक संतुलन बना रहता है।

गंदगी खाने वाले कछुए पानी को स्वच्छ रखने में मदद करते हैं।

कछुआ और जैव विविधता में योगदान

कछुए बीजों को एक स्थान से दूसरे स्थान ले जाकर पौधों के वितरण में सहायता करते हैं।

वे शिकारियों और शिकार के बीच संतुलन बनाए रखते हैं।

कुछ कछुए ऐसे परजीवी खाते हैं जो अन्य जीवों को बीमार कर सकते हैं।

कछुए का पर्यावरण पर प्रभाव

Eco-Balance: कछुआ Tortoise पारिस्थितिकी तंत्र में पोषण चक्र का एक हिस्सा है।

Soil Health: इनके मल में पौधों के लिए पोषक तत्व होते हैं।

Natural Cleaners: जलीय कछुए मृत जीव खाकर जल स्रोतों को साफ रखते हैं।

IUCN के अनुसार  संकटग्रस्त कछुओं की स्थिति

प्रजातिसंरक्षण स्थिति
इंडियन स्टार टॉर्टॉइजVulnerable
गैलापागोस टॉर्टॉइजVulnerable
स्पाइडर टॉर्टॉइजCritically Endangered
केम्प्स रिडले कछुआCritically Endangered
हॉक्सबिल समुद्री कछुआCritically Endangered

 निष्कर्ष (Conclusion)

कछुआ Tortoise न केवल प्रकृति का अद्भुत जीव है, बल्कि जल संरक्षण, जैव विविधता और पारिस्थितिक तंत्र के संतुलन में इसकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। हमें इनकी घटती संख्या को देखते हुए संरक्षण के प्रयासों को तेज़ करना चाहिए।

 FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Q1: दुनिया का सबसे बड़ा कछुआ कौन सा है?

उत्तर: गैलापागोस टॉर्टॉइज, जो 400 किलो तक भारी हो सकता है।

Q2: क्या कछुआ Tortoise जल संरक्षण में सहायक होता है?

उत्तर: हाँ, जलीय कछुए जल स्रोतों की सफाई और पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने में सहायक होते हैं।

Q3: सबसे छोटा कछुआ कहां पाया जाता है?

उत्तर: स्पाइडर टॉर्टॉइज मेडागास्कर में पाया जाता है।

Q4: कछुआ कितने साल तक जीवित रह सकता है?

उत्तर: कुछ कछुए 150 से 200 साल तक जीवित रहते हैं।

Q5: क्या कछुआ पालना कानूनी है?

उत्तर: भारत में कुछ प्रजातियाँ संरक्षित हैं, और पालतू बनाने से पहले वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की अनुमति ज़रूरी है।

🔗 संदर्भ (References)

  1. IUCN Red List – www.iucnredlist.org
  2. WWF India – www.wwfindia.org
  3. National Geographic – www.nationalgeographic.com
  4. CITES – www.cites.org
  5. Indian Wildlife Protection Act, 1972
  6. IUCN Red List – https://www.iucnredlist.org
  7. WWF Species Directory – https://www.worldwildlife.org/species/directory
  8. National Geographic – https://www.nationalgeographic.com
  9. Turtle Conservancy – https://www.turtleconservancy.org
  10. CITES – https://www.cites.org
  11. India Wildlife Protection Act (1972)

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