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Harvard Research-Prakriti Darshan Nature and Environment Magazine

Harvard Research- “हार्वर्ड रिसर्च: क्या मानव-निर्मित बाँधों ने पृथ्वी की ध्रुवीय स्थिति बदल दी? पूरी रिपोर्ट पढ़ें”

Prakriti Darshan | Nature & Environment News | 21 July 2025

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन ने चौंकाने वाला खुलासा किया है कि 1835 से 2011 के बीच बनाए गए करीब 7,000 बड़े बाँधों ने पृथ्वी की घूर्णन धुरी (rotation axis) को लगभग 1 मीटर तक खिसका दिया। इन बाँधों में पानी जमा होने से महासागरों में पानी की मात्रा घटी, जिससे वैश्विक समुद्र तल करीब 21 मिलीमीटर नीचे चला गया। वैज्ञानिकों का मानना है कि इस बदलाव ने पृथ्वी के भौगोलिक ध्रुवों की स्थिति और चुंबकीय ध्रुवों के संतुलन को भी प्रभावित किया। इस अध्ययन को यदि समझेंगे तो पता चलेगा कि मानव-निर्मित ढाँचे पर्यावरण के साथ ही  (ग्रह की गतिशीलता) पर भी प्रभाव डाल सकते हैं, जो भविष्य की बुनियादी परियोजनाओं के लिए गंभीर  चेतावनी है। “Harvard Research”

Harvard Research-Prakriti Darshan Nature and Environment Magazine

क्या सच में 7,000 बाँधों ने पृथ्वी की धुरी (rotation axis) को हिला दिया?

एक नया अध्ययन, जिसे Harvard University के Natasha Valencic और उनकी टीम ने Geophysical Research Letters में प्रकाशित किया, का दावा है कि 1835 से 2011 तक बनाए गए लगभग 6,862 बड़े बाँधों ने पृथ्वी के क्रस्ट्र (outer shell) पर पानी का भार जोड़कर इसका rotational axis करीब 1 मीटर तक खिसका दिया है

Yahoo+9AGU Newsroom+9Tech Explorist+9।

क्या इससे समुद्र तल में बदलाव हुआ? “Harvard Research”

हाँ। बाँधों के पीछे पानी इकट्ठा होने से महासागरों से पानी की मात्रा घट गई और वैश्विक समुद्र तल में लगभग 21 मिमी (0.83 इंच) की गिरावट देखी गई Tech Explorist+2AGU Newsroom+2Reddit+2।

बाँध बनाने ने चुंबकीय ध्रुवों को कैसे प्रभावित किया?

जब पृथ्वी का rotation axis shift होता है, तो सतह पर ध्रुवों को स्थित करने वाले स्थान (geographic poles) भी बदलते हैं। यह स्थिति (चुंबकीय ध्रुवों ) पर अप्रत्यक्ष रूप से प्रभाव डाल सकती है,  क्योंकि वे इसी (धुरी ) के आसपास ही गतिमान होते हैं ।

AGU Newsroomengx.theiet.org

ध्रुव खिसकने की प्रक्रिया कैसी होती है? “Harvard Research”

यह phenomenon “true polar wander” के नाम से जाना जाता है—जैसे एक घूमती गेंद पर मिट्टी का टुकड़ा चिपका देने पर गेंद संतुलन बनाए रखने के लिए घूमती है, वैसे ही पृथ्वी भी अपनी बाहरी सतह को सम तराजू में लाते हुए हल्का हिल जाता है

engx.theiet.org+7AGU Newsroom+7Scientific American+7।

यह बदलाव कब-कब हुआ?

•      (1835–1954: North America और Europe) के बाँधों ने  (North Pole) को लगभग 20 सेमी पूर्व (103°E मेरिडियन) की ओर खिसकाया।

•            1954–2011: Asia व East Africa में बांधों ने इसे पश्चिम (117°W मेरिडियन) की ओर लगभग 57 सेमी तक खिसकाया।

कुल मिलाकर 113 सेमी (1.13 मीटर) की यह गति दर्ज की गई engx.theiet.org+7AGU Newsroom+7Live Science+7।

(FAQs) “Harvard Research”

  1. क्या वास्तव में बाँधों ने पृथ्वी का ध्रुव खिसकाया?
    – जी हाँ, Harvard अध्ययन के अनुसार 1835–2011 के बीच बने बड़े बाँधों ने लगभग 1 मीटर ध्रुव खिसकाया है AGU NewsroomScientific American
  2. ग्लोबल सी-लेवल में गिरावट क्यों हुई?
    – बाँधों ने समुद्र से पानी रोका और सेनक्शन में रख लिया, जिससे समुद्र तल लगभग 21 मिमी नीचे गया AGU NewsroomLive Science
  3. true polar wander का क्या अर्थ है?
    – यह वह प्रक्रिया है जिसमें पृथ्वी की बाहरी सतह rotational axis के अनुपात में थोड़ा घुम जाती है ताकि संतुलन बना रहे Popular Mechanics+7AGU Newsroom+7Caliber.Az+7
  4. यह प्रभाव कितना बड़ा है—is it dangerous?
    – यह खिसकाव 1 मीटर का है, जो ग्रह के लिए मामूली है और आग लगी ice-age जैसा कुछ नहीं होगा Popular MechanicsCaliber.Az
  5. क्या इससे चुंबकीय ध्रुव भी बदल जाते हैं?
    – भू-भौतिक आधार पर geographic poles खिसकने से चुंबकीय poles की स्थितियाँ भी प्रभावित हो सकती हैं, हालाँकि study में direct mention नहीं है।
  6. आने वाले वर्षों में यह और बढ़ेगा?
    – अगर बाँधों का निर्माण जारी रहा, तो यह चाल धीमी लेकिन सतत जारी रह सकती है—विशेष रूप से जहां भारी बाँध बनाए जाते हैं।
  7. क्या बाँधों के बिना समुद्र तल वापस बढ़ सकता है?
    – संभवतः हाँ, क्योंकि बाँधों ने जब अभी तक बनाए बांधों से भरा पानी वापस महासागर में नहीं छोड़ा तो sea-level घटा। लेकिन बाँधों को हटाने पर sea-level में वापसी संभव है।
  8. क्या प्राकृतिक प्रक्रियाएं भी ऐसा कर सकती हैं?
    – हाँ, ग्लेशियर पिघलने या स्थानीय ग्रह-आकृति में बदलाव से भी true polar wander हो सकता है Live ScienceAGU Newsroom
  9. इससे GPS, मौसम या विज्ञान पर असर होगा?
    – थोड़ी बहुत technical खासकर geodesy, GPS सटीकता और climate मॉडलिंग पर असर हो सकता है Scientific AmericanLive Science

(FAQs)

  1. क्या बाँध निर्माण रोकना चाहिए?
    – यह परिणाम एक चेतावनी है कि बाँधों का असर सिर्फ स्थानीय नहीं, बल्कि planetary-scales पर भी हो सकता है। आगे careful planning जरूरी है।
  2. क्या बाँधों ने चुंबकीय क्षेत्र को भी प्रभावित किया?
    – यह study सीधे चुंबकीय क्षेत्र नहीं बताती, पर geographic poles shift से चुंबकीय poles के गणनात्मक models प्रभावित हो सकते हैं।
  3. भविष्य में sea-level projections कैसे होंगे?
    – अब researchers को मानव-निर्मित जल संचयन (dams) का भी sea-level मॉडल्स में ध्यान रखना होगा Live Science
  4. अन्य human activities का कितना योगदान रहा?
    – पिछले शोधों में groundwater pumping और glacier melting जैसी क्रियाएँ भी poles को cm-level पर हिलाने में योगदान दे चुकी हैं Caliber.Az+7Live Science+7AGU Newsroom+7
  5. क्या सभी बाँध बराबर असर डालते हैं?
    – नहीं, बड़ी और गहरे जलाशयों वाले बाँधों का औसतन प्रभाव ज्यादा होता है—जैसे China का Three Gorges dam AGU NewsroomCaliber.Az+1Popular Mechanics+1
  6. हम क्या सीख सकते हैं?
    – मानव की गतिविधियाँ प्रकृति और यहाँ तक कि ग्रह की rotational dynamics पर भी असर डाल सकती हैं। अगली बार infrastructure planning में planetary balance को भी देखें।

📚 संदर्भ सूची

  • Harvard-University अध्ययन ने दिखाया कि 6,862 बाँधों ने ध्रुव खिसकाया (~1 मीटर) और sea-level गिराया (~21 मिमी) engx.theiet.org+3AGU Newsroom+3Reddit+3
  • LiveScience रिपोर्ट: Geographic poles 3.7 फीट (1.13 मीटर) खिसके, sea-level 0.9 इंच घटा Popular Mechanics+2Live Science+2AGU Newsroom+2
  • Scientific American में अध्ययन की व्याख्या और true polar wander का विवरण Tech Explorist+7Scientific American+7Wikipedia+7
  • Popular Mechanics: बाँधों के प्रभाव की व्यापकता: “Whoopsie…” लेख Popular Mechanics
  • Caliber.az ने Harvard अध्ययन को संक्षेप में बताया Caliber.Az

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